शाजापुर। कश्मीर के पहलगाम में नरसंहार को अंजाम देकर मासूम पर्यटकों को मौत की नींद सुलाने वाले आतंकियों ने एक बार फिर देश को ललकारा है। निहत्थे नागरिकों पर वार मुल्क़ के गिरेबान पर हाथ है, निंदा अपनी जगह दहशतगर्दों को सरकार करारा जवाब दे।यह बात संयुक्त रूप से मुस्लिम समाज के प्रबुद्धजनों ने बुधवार को शाम अंजुमन कमेटी के ईदगाह रोड़ स्थित कार्यालय में कही और निर्मम हत्याकांड की निंदा की। काज़ी एहसान उल्ला ने निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाकर किए गए हमले की कड़ी निंदा की और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों का मकसद लोगों की जान लेने के अलावा देश में सांप्रदायिक सौहार्द को ख़राब करना है। अंजुमन कमेटी के सदर हाजी नईम कुरैशी ने कहा कि कश्मीर पर्यटन स्थल है जहाँ देश के साथ विदेशों से लोग आते हैं। निर्दोष नागरिकों पर हमला बेहद निंदनीय है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पोषित आतंकवादी सीमा पार कर आते हैं और हमारे निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाते हैं। दहशत का ये सिलसिला अब हर हाल में रुकना चाहिए और आतंकियों के साथ उनके आका पाकिस्तान से सरकार को सख्ती से निपटना चाहिए। जिला जमीअत उलमा ए हिन्द के सदर हाजी आलिम अफ़ज़ल ने कहा कि कश्मीर में अमन और भाईचारा दहशतगर्दों को रास नही आ रहा है। यही वजह है कि बोखलाये हुए आतंकवादी बेकसूर लोगों का क़त्ल कर अपने नापाक मनसूबे पूरे करना चाहते हैं, लेकिन वे इसमें कभी कामयाब नही होंगे। इस तरह के कायराना हमलों से हिंदुस्तान डरने वाला नही है, बल्कि और ज़्यादा मज़बूत होकर जवाब देने में सक्षम है। 

पहलगाम हमले की काज़ी मोहसिन उल्ला, नायब काज़ी रेहमत उल्ला, हाजी इब्राहिम पठान, सीरत कमेटी के सदर असलम अली शाह, हाजी ग़फ्फार मंसूरी, मूसा आज़म खांन, जुनैद खांन मंसूरी, एजाज़ कुरैशी बबलू, जलील अंसारी, ज़फ़र कुरैशी, अब्दुल शेरू आदि ने भी मज़म्मत करते हुए सरकार से मांग की है कि आतंकवादियों और उनके पोषितों के खिलाफ़ कड़ी कार्रवाई करें, यही निर्दोष शहीद नागरिकों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।