सत्या नडेला के निवेश वाली Groww बनी भारत की नंबर 1 ब्रोकरेज, जानें कितनी है कमाई

भारत की प्रमुख म्यूचुअल फंड इंवेस्टमेंट कंपनी ग्रो जल्द ही अपना IPO लाने वाली है. इसके लिए कंपनी ने बाजार नियामक SEBI के पास पेपर दाखिल किए हैं. हालांकि कंपनी ने साफ किया अभी ये महज प्री-DRHP है, आगे का कदम बोर्ड की मंजूरी के आधार पर लिया जाएगा. मार्केट में तेजी से पॉपुलैरिटी हासिल करने वाला ये इंवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म कितनी कमाई कर रहा है, इसके कितने यूजर्स हैं और क्या है कंपनी की प्लानिंग जानें पूरी डिटेल.
कैसे हुई थी शुरुआत?
ग्रो की स्थापना साल 2016 में हुई थी. इसे ललित केशरे, हर्ष जैन, ईशान बंसल और नीरज सिंह ने मिलकर शुरु किया था. इसकी शुरुआत के लिए उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी थी. उन्होंने इसका नाम ग्रो रखा था और 2017 में इसका ऑपरेशन शुरू किया.
बाजार में बढ़ाया दबदबा
ग्रो भारत में सबसे तेजी से बढ़ते खुदरा ब्रोकिंग प्लेटफार्मों में से एक है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2025 तक इसकी 26% से ज्यादा बाजार हिस्सेदारी थी, जो वित्त वर्ष 25 के दौरान बढ़ गई. प्लेटफॉर्म ने 34 लाख नए खाते जोड़े. ग्रो की वेबसाइट के मुताबिक इसके 5 करोड़ से ज्यादा कस्टमर हैं, जबकि 1000 से ज्यादा टीम मेंबर है. इसका मुकाबला बाजार के दूसरे दिग्गजों जैसे जीरोधा और एंजेल वन से होता है.
कितनी है कमाई?
रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने जो प्री-डीआरएचपी जो फाइल किया है, उसमे ग्रो का वित्त वर्ष 23 में लाभ 449 करोड़ रुपये था और इसका रेवेन्यू 1,277 करोड़ रुपये था. वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू 3,145 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल के 1,435 करोड़ रुपये से दोगुना से ज्यादा है. वहीं इसका ऑपरेशनल मुनाफा 17% बढ़कर 535 करोड़ रुपये रहा. हालांकि 1,340 करोड़ रुपये के एकमुश्त डोमिसाइल टैक्स के कारण कंपनी को 805 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान हुआ. बता दें FY24 में ग्रो ने अपना रजिस्टर्ड कार्यालय अमेरिका के डेलावेयर से बेंगलुरु ट्रांसफर किया था.
ये दिग्गज हैं इंवेस्टर
ग्रो प्लेटफॉर्म से कई दिग्गज इंवेस्टर जुड़े हुए हैं, इनमें माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला, रिबिट कैपिटल, टिगर ग्लोबल, आइकॉनिक, वाई-कॉम्बिनेटर और सीक्विइया शामिल हैं.
IPO से रकम जुटाने की तैयारी
सूत्रों के मुताबिक, ग्रो का IPO 700 मिलियन से 1 बिलियन डॉलर के बीच हो सकता है, जिसमें नई इक्विटी और ऑफर फॉर सेल (OFS) दोनों शामिल होंगे. कंपनी IPO से प्राप्त राशि का उपयोग तकनीकी विकास और कारोबारी विस्तार में करेगी. इसके शेयर जिसकी फेस वैल्यू 2 रुपये होगी, ये NSE और BSE दोनों पर लिस्ट हो सकते हैं.