बैंक सहायक प्रबंधक के पास करोड़ों की अनुपातहीन संपत्ति
वेतन मिला 70 लाख और संपत्ति 6 करोड़
बृजेश परमार
उज्जैन। आय से अधिक संपत्ति के मामलें में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ उज्जैन ने शनिवार को जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित के सेवानिवृत्त सहायक प्रबंधक अनिल सुहाने के बसंत बिहार निवास पर छापा मारी की है। इसमें करोड़ों की अनुपातहीन संपत्ति उजागर हुई है। सुहाने को 34 साल के सेवा काल में 70 लाख वेतन मिला और उनके पास 6 करोड़ से अधिक की संपत्ति मिली है। जबकि अभी 3 बैंक लॉकर खोले जाना शेष है। कई बैंक अकाउंटस जिनमें जमा राशि की जानकारी भी ली जा रही है। देर शाम तक ईकाई की कार्रवाई जारी थी, जिसमें और भी संपत्ति का खुलासा होने की संभावनाएं बनी हुई है।
इसी माह भारतीय पुलिस सेवा काडर में शामिल हुए आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ उज्जैन ईकाई एसपी दिलीप सोनी के अनुसार इकाई को मिली गोपनीय सूचना का सत्यापन किया गया। अनिल सुहाने के विरूद्ध आय से अधिक संपत्ति के आरोप प्रमाणित पाए जाने पर उनके विरूद्ध धारा 13(1)बी 13(2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 संशोधित 2018 के तहत प्रकरण कायम किया गया है। शनिवार को पुख्ता जानकारी के साथ ईकाई ने आरोपी अनिल सुहाने के निवास बी 2/20 बसंत विहार उज्जैन एवं अन्य भवन- ए 3/8 बसंत विहार कालोनी इंदौर रोड उज्जैन पर दो टीम ने एक साथ छापे की कार्यवाही की, जिसमें करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ है। आरोपी द्वारा यह संपत्ति शासन की विभिन्न कृषि ऋण योजनाओं में आने वाली राशि वितरण में अनियमितता एवं भ्रष्टाचार करके अर्जित किया जाना सामने आ रहा है। श्री सोनी ने बताया कि मौके पर अभी दोनों टीमों की कार्यवाही देर शाम तक जारी है। कार्यवाही के दौरान और अधिक संपत्ति मिलने की संभावना है। इओडब्ल्यू इकाई उज्जैन के उप पुलिस अधीक्षक संदीप निगवाल के नेतृत्व में 30 सदस्यीय दल द्वारा उपरोक्त कार्यवाही की जा रही है।
ये संपत्ति मिली
1. उज्जैन के पॉश इलाका बसंत विहार कालोनी में आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित एक तीन मंजिला आलीशान भवन
2. बसंत विहार में ही इन्दौर उज्जैन मेन रोड पर 2400 वर्गफीट का चार मंजिला नवनिर्मित व्यवसायिक भवन
3. उज्जैन स्थित क्षिप्रा विहार में 2300 वर्गफीट का एक बेशकीमती प्लाट
4. विनय नगर में 650-650 वर्गफीट के 2 प्लाट।
5. शहर के मध्य दवा बाजार में 600-600 वर्गफीट की 02 दुकानें
6. 9 लाख से अधिक नकद राशि
7. लाखों रूपए के सोने एवं चांदी के आभूषण
8. 3 चौपहिया वाहन एवं 3 दो पहिया वाहन
9. 3 बैंक लॉकर जो खोले जाना शेष है।
10. कई बैंक अकाउंटस जिनमें जमा राशि की जानकारी प्राप्त की जा रही हैं।
वेतन मिला 70 लाख,संपत्ति 6 करोड से अधिक
श्री सोनी के अनुसार अनुपातहीन संपतिके मामले में आरोपी बनाए गए अनिल सुहाने मूल रूप से जिला पन्ना के रहने वाले हैं। सन्1991 में जिला सहकारी बैंक नई सडक उज्जैन में सब इंजिनियर के पद पर नियुक्त हुए और 3 हजार प्रतिमाह के वेतन से नौकरी की शुरूआत की थी। वे 31दिसंबर 24 को सहायक प्रबंधक जिला सहकारी बैंक उज्जैन के पद से सेवा निवृत्त हुए है। नौकरी के दौरान उन्हें कुल 70 लाख रू का वेतन प्राप्त हुआ है। ईकाई के छापे में उनके पास अब तक जो संपत्ति पाई गई है उसकी कीमत 6 करोड से भी अधिक है। आरोपी द्वारा यह संपत्ति शासन की विभिन्न कृषि ऋण योजनाओं में आने वाली राशि वितरण में अनियमितता एवं भ्रष्टाचार करके अर्जित किया जाना ज्ञात हुआ है।
एसपी श्री सोनी आईपीएस काडर में शामिल
आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ उज्जैन ईकाई के एसपी दिलीप सोनी को भारतीय पुलिस सेवा काडर में शामिल किया गया है। इस आशय के आदेश केंद्र ने 6 जनवरी को जारी किए हैं। उन्हें वर्ष 2016 बेच दिया गया है। भविष्य में उन्हें वरिष्ठता के क्रम से 2015 बेच दिया जाना तय है। श्री सोनी वर्ष 1997 से प्रदेश पुलिस सेवा में शामिल हुए थे। श्री सोनी ने वर्ष 1997 में राज्य पुलिस सेवा में छतरपुर जैसे आपराधिक जिले से अपने सेवा काल की शुरूआत की। वहां प्रशिक्षण अवधि पूरी करने के बाद वे एसडीओपी गुना, इंदौर सहित अन्य जिलों में रहे। बाद में एएसपी इंदौर ,एएसपी क्राईम इंदौर, एसपी लोकायुक्त इंदौर एसपी नारकोटिक्स इंदौर,लोकायुक्त एसपी उज्जैन, ईओडब्ल्यू एसपी उज्जैन हैं। वे सहपत्निक पुलिस में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।